जौनपुर : परिवार करता रहा इंतजार घर पर पहुची लाश परिवार में कोहराम घर पहुंचने से पहले ही मौत ने बांहों में समेटा

संवाददाता : आलोक उपाध्याय
जंघई/जौनपुर :- वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण काल में रोजी-रोटी छिनने के बाद अपनों के बीच पहुंचने की आस लिए राजकोट से ट्रेन पर सवार हुए हीरालाल को क्या पता था कि रास्ते में ही मौत बांहें पसारे उसका इंतजार कर रही है। लखनऊ में ट्रेन में ही संदिग्ध स्थिति में हीरालाल की मौत की मनहूस खबर आते ही घर में कोहराम मच गया। रोते-बिलखते परिवार के लोगों ने घंटों इंतजार के बाद शव आने पर रामघाट ले जाकर अंत्येष्टि कर दी।
मछलीशहर कोतवाली क्षेत्र के जमुहर गांव का हीरालाल (35) गुजरात के राजकोट जिले में पत्थर तराशी करता था। शुक्रवार को वह घर आने के लिए श्रमिक एक्सप्रेस पर सवार हुआ। ट्रेन शनिवार की रात लखनऊ पहुंची तो पुलिस के मुताबिक डिब्बे से उतरते समय हीरालाल लड़खड़ा कर प्लेटफार्म पर गिर पड़ा। उसे अस्पताल ले जाया गया जहां डाक्टरों ने देखते ही मृत घोषित कर दिया।पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर रविवार को घर पहुंचाया। संदेह में कोरोना की जांच के लिए सैंपल भी लिया। रिपोर्ट आनी बाकी है। मृत हीरालाल की पत्नी सीता देवी (33) घर पर बेटे यश (6) व बेटी दीपिका (13) के साथ रहती थी। शव को लेकर आई एंबुलेंस के साथ एसडीएम अमिताभ यादव, सीओ अवधेश शुक्ला व कोतवाल पंकज पांडेय भी मौके पर मौजूद रहे