जौनपुर : पुलिस उत्पीड़न से दहशत में परिवार ने लगाई डीजीपी से सुरक्षा की गुहार

जौनपुर। फोटो स्टेट कराने का पैसा मांगने से नाराज होकर दुकानदार और उसके परिवार वालों की घर में घुसकर पिटाई के मामले में एसपी ने एक सिपाही को निलंबित कर दिया है। हालांकि घटना में शामिल रहे अन्य पुलिसकर्मियों पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। उच्चाधिकारी जांच की बात कह रहे हैं। उधर पुलिस की बर्बरता से पीड़ित परिवार दहशत में है। उन्होंने डीजीपी को पत्र भेजकर सुरक्षा की गुहार लगाई है।
जानकारी के अनुसार, लाइन बाजार थाना क्षेत्र के राज कॉलोनी निवासी विनोद सिंह की कलेक्ट्रेट मुख्य गेट के सामने फोटो स्टेट की दुकान है। शनिवार की शाम करीब साढ़े छह बजे दुकान पर पहुंचे सिपाही से फोटो स्टेट का पैसा मांगने पर विवाद हो गया। आरोप है कि सिपाही की सूचना पर लाइन बाजार थानाध्यक्ष फोर्स के साथ पहुंच गए। वह दुकानदार विनोद सिंह की पिटाई करते हुए थाने उठा ले गए। वहां से दोबारा फोर्स विनोद सिंह के आवास पर पहुंची।
आरोप है कि परिजनों ने घर में घुसने से रोका तो पुलिस ने उनके भतीजे की पिटाई कर दी। बचाव करने पहुंची उनकी गर्भवती भतीजी को भी धक्का देकर गिरा दिया। घटना का वीडियो बना रहे युवक का मोबाइल छीनकर पुलिस ने फेंक दिया। पुलिस की इस करतूत का काफी हिस्सा सीसी टीवी कैमरे में कैद हो गया है। विनोद के भतीजे को भी पुलिस थाने ले गई। सूचना पर देर रात जफराबाद विधायक डॉ. हरेंद्र सिंह मौके पर पहुंचे तो पुलिस मेडिकल कराने के बहाने थाने से लेकर जिला अस्पताल ले जाने के लिए निकली और रास्ते में ही उन्हें छोड़ दिया। आरोप है कि उनसे थाने में किसी कागज पर हस्ताक्षर भी करा लिया गया है। विधायक की शिकायत पर एसपी ने सिपाही रामअवतार उपाध्याय को तो निलंबित कर दिया, लेकिन इस पूरे घटना क्रम में शामिल अन्य के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
एएसपी सिटी डॉ. संजय कुमार का कहना है कि फोटो स्टेट का अधिक पैसा मांगने पर सिपाही से विवाद हुआ था, जिसे रात में एसपी ने निलंबित कर दिया। मामले की जांच कराई जा रही है। जांच के बाद ही कुछ स्पष्ट हो सकेगा।