थारू जनजाति की महिलाओं और वन कर्मियों में मारपीट
वन कर्मियों ने फायरिंग कर बचाई जान,थारू महिलाओं ने छीनी राइफल
विवादित भूमि पर खेती करने से मना करने पर हुआ विवाद
एस.पी.तिवारी/धीरज गुप्ता
पलियाकलां-खीरी।दुधवा के बनकटी रेंज क्षेत्र के कजरिया गांव में मंगलवार सुबह थारू ग्रामीण अपनी पुश्तैनी जमीन पर सामूहिक रूप से खेती करने गये थे तभी वहां पहले से मौजूद वन कर्मियों ने उक्त भूमि पर ग्रामीण महिलाओं को धान लगाने से मना करने लगे। वन कर्मियों का कहना था कि यह जगह वन विभाग की है। इस बात पर ग्रामीणों एवं वन कर्मियों के बीच तीखी झड़प शुरू हो गई। बताया जाता है कि ग्रामीणों ने वन कर्मी का असलहा छीन लिया। वहीं थारू महिलाओं ने वन कर्मियों पर उनके साथ अभद्रता सहित विभिन्न गंभीर आरोप लगाते हुए कोतवाली पुलिस को तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है। वन विभाग की ओर से फायरिंग भी किए जाने की बात बताई जा रही है।
थारू क्षेत्र के गांव कजरिया में जंगल के पास स्थित ग्रामीणों द्वारा काफी समय से जोती जा रही वन भूमि पर पहुंचे वन कर्मियों ने ग्रामीणों को धान की फसल बोने से इनकार कर दिया। फसल बोने से इनकार करने के बाद ग्रामीणों का वन कर्मियों पर विवाद शुरू हो गया। वन कर्मियों का आरोप है कि महिलाओं ने उनके साथ अभद्रता शुरू कर दी और उनका असलाह छीनते हुए उनके साथ मारपीट की। वहीं
थारू महिलाओं का आरोप है कि वन विभाग ने उनके कपड़े फाड़े और हमारे साथ मारपीट कर जातिसूचक शब्दों का भी इस्तेमाल किया। आरोप है कि वनविभाग ने मौके पर फायरिंग भी की और इस संघर्ष में कई लोग घायल हुए हैं। गोली चलाने पर महिलाओं ने जवाबी कार्रवाई करते हुए एक वनकर्मी से उसकी राईफल छीन ली। बाद में मौके पर पहुंची पुलिस को महिलाओं ने हमले से बचने के लिये छीनी गई राईफल सौंप दी। लेकिन पुलिस वनविभाग की ओर से लोगों पर राईफल चोरी करने का आरोप लगाते रहे। दूसरे कई गाॅवों से लोग संगठित होकर जब मौके पर जा रहे थे तो एसएसबी ने उनकी घेराबन्दी कर रोक दिया। बता दें कि 6 जून 2020 को पहले से ही वनविभाग द्वारा खाई खोद कर और जलौनी लकड़ी लेने पर रोक लगा दी थी।
इस संबंध में थारू जनजाति के लोगों ने कोतवाली पुलिस को तहरीर देकर वन कर्मियों पर कार्रवाई की मांग की है। उधर वन विभाग ने भी ग्रामीणों पर वन विभाग की जमीन पर कब्जा करने एवं बनकटी रेंजर आलोक शर्मा सहित कई वन कर्मियों के साथ मारपीट करने की तहरीर गौरीफंटा कोतवाली में दी है।