सेवा निवृत्त बाबूओं के हवाले है पालिका और पंचायत

बस्ती(रुबल कमलापुरी)। अधिकांश नगर पंचायत व बस्ती नगर पालिका में सेवा निवृत्त बाबू कार्य कर रहे है। और महत्वपूर्ण पटेल व निर्णय लिए जाने में उनकी सक्रिय भागीदारी है।या दूसरे शब्दों में कहे तो घुटे- घुटाए बाबुओं के हवाले टाउन एरिया और पालिका हो गए है। इनकी सम्पत्तियों मे लगातार भारी बढोत्तरी की जांच तक नही होती।आपको बताते चलें जहां एक तरफ सरकार 60 वर्ष की आयु पूर्ण होने पर रिटायर कर देती है वही बस्ती जिले में कई नगर पंचायत और नगर पालिकाओं में रिटायर बाबू जिम्मेदारों से सेटिंग कर आउटसोर्सिंग के माध्यम से संभाल रहे हैं नगर पंचायत व नगर पालिकाओं की पूरी जिम्मेदारी रिटायर बाबू सेटिंग गेटिंग के मामले में बड़े माहिर होते हैं रिटायर बाबू ही निर्णय करते हैं किसको काम देना है किसको नहीं देना है अगर बात नहीं बनी तो आप नगर पंचायतों में काम नहीं कर पाएंगे जहां एक तरफ योगी सरकार भ्रष्टाचार को खत्म कर पारदर्शिता लाने में जुटी है वही योगी सरकार के मंसूबे पर पानी फेर रहे रिटायर बाबू अब देखना है शासन और प्रशासन और जनप्रतिनिधि कब चेतेगे , और नगर पालिका और नगर पंचायतों को भ्रष्टाचार से मुक्ति मिलेगी।