भय मुक्त होकर करें रक्तदान- डॉ० पूर्णेश नारायण सिंह

बस्ती(रुबल कमलापुरी)। रक्तदान जीवनदान है,इसलिए बिना किसी भय अथवा संकोच के रक्तदान करे,आपके रक्तदान से किसी को जीवनदान मिल सकता है, रक्तदान करने से रक्त बढता है और शरीर में नए रक्त का संचार होता है! रक्तदान करने के बाद लगभग 21 दिनों के भीतर हमारा शरीर पुनः रक्त का निर्माण कर लेता है इसलिए किसी भी स्वस्थ व्यक्ति को रक्तदान करने से घबराने की आवश्यकता नहीं है, उक्त बातें डा पूर्णेश नारायण सिंह समन्वयक राष्ट्रीय सेवा योजना सिद्धार्थ विश्व विद्यालय कपिलवस्तु सिद्धार्थनगर ने विश्व रक्तदान दिवस 14 जून के परिपेक्ष्य में 14 जून से 13 जूलाई तक रक्तदान मास के समापन अवसर पर कही । इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी ने डॉ० सिंह को स्मृति चिन्ह् व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। डॉ० पूर्णेश नारायण सिंह ने कोविड -19 संक्रमण के दौरान बस्ती जनपद के राष्ट्रीय सेवा योजना ईकाई की तरफ से बस्ती ब्लड बैंक को कुल 60 यूनिट ब्लड मुहैया कराया है तथा सिद्धार्थ विश्वविद्यालय से सम्बद्ध सभी जनपदों में रक्तदान का अभियान चलाया जिसकी शुरुआत बस्ती जनपद के सूर्य बक्श पाल स्मारक महाविद्यालय के द्वारा प्रथम रक्तदान और उसके उपरांत लखपति देवी राजकिशोर महाविद्यालय, एकटकवा ,से हुई । जहाँ कोविड-19 का संक्रमण लोगों को भयभीत कर रहा था और लोग अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने मे लगे थे, वही एन एस एस के स्वंयसेवियों ने रक्तदान करके साहसी और महादानी होने का संदेश सभी जनपद वासियों को दिया है । राष्ट्रीय सेवा योजना के नोडल अधिकारी डॉ० राजेन्द्र बौद्ध ने कहा कि थोड़ा सा रक्तदान दे सकता है जीवन दान ,इन्होंने डॉ० सिंह के इस उत्कृष्ट कार्य हेतु धन्यवाद दिया । कार्यक्रम अधिकारी रासेया सूर्य बक्श पाल डा राकेश कुमार यादव को सम्मानित कर उत्साहवर्धन किया गया।