सपा नेता बीएम यादव का ऐलान, लड़ेंगे निर्दल चुनाव
बीएम यादव के चुनाव लड़ने से सपा की डगर नहीं होगी आसान
कार्यकर्ताओं की मांग पर बीएम यादव का बड़ा फैसला
सुलतानपुर(विनोद पाठक)। इसौली के “लाल” वरिष्ठ सपा नेता बीएम यादव के तेवर बगावती हो गए हैं। सपा से टिकट न मिलने पर निर्दल चुनाव लड़ने का “ऐलान” कर दिया है। यदि बीएम यादव निर्दल चुनाव लड़ते हैं तो सपा के लिए “डगर” आसान नहीं होगी? ऐसा इसलिए है कि लंबे समय से इसौली विधानसभा क्षेत्र के जनता के बीच में मजबूती के साथ बीएम यादव बने रहे। टिकट न मिलने का मलाल और कार्यकर्ताओं की जबरदस्त मांग पर बीएम यादव ने चुनाव लड़ने का बड़ा फैसला किया है। यह पार्टी के लिए घातक साबित हो सकता है।
इसौली विधानसभा से समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता के रूप में कड़ी मेहनत करने वाले बीएम यादव को पार्टी द्वारा टिकट नही दिए जाने से बगावती तेवर में नजर आ रहे है।उन्होंने बताया कि कार्यकर्ताओ के सम्मान एवं सुरक्षा की रक्षा के लिए चुनाव में भागीदारी करना जिम्मेदारी बन गई है। बीते करीब तीन वर्षो से लगातार क्षेत्र में बने रहकर पार्टी की रीतियाँ नीतियां को जनता तक पहुचाने वाले पिछड़े वर्ग के नेता बीएम यादव अब बगावती हो गए है।उन्होंने बताया कि आगामी सात तारीख को निर्दल प्रत्याशी के रूप में इसौली विधानसभा से नामांकन करेंगे।बीएम यादव ने बताया कि पार्टी द्वारा उन्हें टिकट देने का आश्वासन दिया गया था।जिसके चलते लगातार विधानसभा क्षेत्र में होर्डिंग ,पोस्टर,वाल पेंटिंग तथा गांव गांव जाकर बैठक आदि कर रहे थे।इसौली विधानसभा में पिछड़ी जाति के मतदाताओं की संख्या अधिक होने के बाद भी पार्टी आलाकमान ने उन्हें टिकट नही दिया।क्षेत्र के कार्यकर्ताओं की भारी मांग के कारण वे इसौली विधानसभा में होने वाले चुनाव में निर्दल प्रत्याशी के रूप में भागीदारी करेंगे। पिछड़े वर्ग को कभी नही मिला सपा से टिकट
इसौली विधानसभा में पिछड़े वर्ग के मतदाताओं की पर्याप्त संख्या होने के बाद भी कभी समाजवादी पार्टी द्वारा टिकट नही दिया गया।पिछले तीन चुनाव की बात करे तो सपा द्वारा वर्ष 2012 व 2017 में अबरार अहमद को टिकट दिया गया।तो वही इस बार होने वाले चुनाव में पार्टी ने अधिकृत उम्मीदवार ताहिर खान को बनाया है।