खबरदार! इसौली में अभी कार्यक्रम संभव नही?

हाई कमान की पंचायत के बाद ही होगा “इसौली” में कार्यक्रम
आज सपा प्रत्याशी का जारी कार्यक्रम हुआ “स्थगित”
बहाना बना क्षेत्र में हुई दुर्घटनाओं का
क्षेत्र में शोक संवेदना प्रकट कर रहे “विधायक” जी
सुलतानपुर(ब्यूरो)। खबरदार! इसौली विधानसभा क्षेत्र में सपा प्रत्याशी का कार्यक्रम अभी संभव नही? पहले हाई कमान तय करें कि… कौन। यही वजह है कि क्षेत्रीय विधायक पार्टी प्रत्याशी के कार्यक्रमों से अभी दूरी बना के चल रहे हैं।विधायक इसौली के साथ प्रत्याशी का मंगलवार को जारी किए गए इसौली के सारे भ्रमण और नुक्कड़ कार्यक्रम निरस्त कर दिए गए।पर,विधायक ने क्षेत्र में घटित घटनाओं पर अपने समर्थकों के साथ शोक संवेदना प्रकट करने कई पीड़ितों के घर पहुंचे। अब सपा सुप्रीमो की “महापंचायत” के बाद ही इसौली में कोई कार्यक्रम होने की संभावना जताई जा रही है।
सपा में छिड़ा “महासंग्राम” थमने का नाम नही ले रहा है। अब वर्तमान व पूर्व विधायकों का “अहम” टकरा गया है, लड़ाई यहां पर आ कर पहुंच गई कि तू बड़ी,या मैं। पहले गरीब प्रत्याशी भीम निषाद का विरोध सपा जिलाध्यक्ष समेत पूर्व विधायकों ने किया।इस दौरान “साए” की तरह भीम निषाद के लिए इसौली विधायक मो. ताहिर खान और उनके समर्थक खड़े रहे। पर,पूर्व विधायकों का विरोध हाई कमान के पास भारी पड़ा। टिकट भीम का कट गया। नए बदलाव में पूर्व विधायकों का “टेम्पो” हाई हो गया। जब पहली बार पार्टी का निर्णय पूर्व विधायकों ने नही माना तो अब पार्टी के नए बदलाव पर “बखेड़ा” खड़ा हो गया है। पार्टी के इकलौते मुस्लिम विधायक का “बिदकना” भी लाजमी है। वर्तमान विधायक और पूर्व विधायकों में “अहम” की लड़ाई के साथ अमीरी-गरीब को भी तूल दिया गया और दिया भी जा रहा है। वर्तमान विधायक प्रत्याशी भीम निषाद को गरीब बता कर जनता में मजबूत बतातें हैं तो पूर्व विधायकों ने पूर्व मंत्री राम भुआल को साधन संपन्न बता कर टिकट दिलवाने में क़ामयाबी हासिल कर ली है। दो धड़ों में बंटी सपा की राहें जुदा-जुदा सी हो गई। जो थमहने का नाम नही ले रही हैं। प्रत्याशी रामभुआल निषाद की हुई प्रेस वार्ता में जो विधायक का पेट खराब बता कर “उपहास” उड़ाया गया है, वह विधायक के दिल-कलेजे में “घाव” कर गया। सूत्र बतातें हैं कि इसी के बाद से इसौली विधायक का तेवर बगावती हो गया है। गरीब भीम निषाद के साथ “लंगोट” कस “दंड-बैठक” कसरत कर अपने समर्थकों के साथ खड़े हो गये। पंचायत लखनऊ पार्टी कार्यालय पर की जा रही है। सपा सुप्रीमो से जो आश्वासन मिला है, जब तक उस पर निर्णय नही हो जाता है तब तक विधायक और उनके समर्थक बदलाव वाले प्रत्याशी के साथ नही चलेंगे,ऐसे नेता अपने हाथ सहयोग करने से खड़े कर लिए है। इसी लिए पार्टी प्रत्याशी का मंगलवार को इसौली में लगा कार्यक्रम स्थगित किया गया है। हालांकि बहाना क्षेत्र में हुई दुर्घटनाओं का बनाया गया है। क्षेत्रीय विधायक अपने समर्थकों के साथ दिनभर पीड़ित परिजनों से मिलकर शोक संवेदना प्रकट करते रहे। इसी पुष्टि सपा विधानसभा अध्यक्ष स्वामी नाथ यादव ने की है। श्री यादव ने बताया कि क्षेत्र में कई दर्द नाक दुर्घटनाएं हुई हैं, जिसके कारण प्रत्याशी के जारी सारे कार्यक्रम इसौली के स्थगित कर दिए गए हैं। पर,भरोसे मंद सूत्र बतातें हैं कि जब तक लखनऊ में राष्ट्रीय अध्यक्ष के पास “महापंचायत” नही हो जाती है, तब तक इसौली में कार्यक्रम विधायक की ओर से नही कराया जाएगा। पर,इतना जरूर है कि विधायक पार्टी को मजबूत करने के लिए कोई कोर कसर नही छोड़ रहे हैं। झगड़ा तो पार्टी प्रत्याशी के चयन को लेकर है न की पार्टी से। बहरहाल शीर्ष नेतृत्व को गंभीर हो कर सटीक निर्णय लेना चाहिए,जिससे गलत संदेश न जा सके। क्योंकि जिले में गठबंधन बहुत ही मजबूत है।