बाराबंकी में बैठकर रची थी गोल्डी में खुद के अपहरण की साजिश
सुल्तानपुर पुलिस ने किया पर्दाफाश
सुल्तानपुर।सर्राफा कारोबारी का लखनऊ-वाराणसी राष्ट्रीय राजमार्ग पर बुधवार को दिनदहाड़े अपहरण किए जाने का मामले में 48 घंटे के भीतर सच्चाई सामने आ गई। पैसे की देनदारी से बचने के लिए बाराबंकी में बैठकर गोल्डी ने खुद के अपहरण की साजिश रची थी। पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए परिजनों को गोल्डी को सौंप दिया है।गुरुवार की देर शाम हुई घटना का खुलासा उस समय हुआ जब पीड़ित परिजन गुरुवार की दोपहर एसपी कार्यालय पहुंचे थे। एसपी के आदेश पर नगर कोतवाली पुलिस ने टीम गठित कर कारोबारी का पता लगाने का काम शुरू कर दिया था।पूरा मामला सुल्तानपुर जिले के बल्दीराय थाना क्षेत्र अंतर्गत इब्राहिमपुर गांव निवासी का है। फराजुल रहमान उर्फ गोल्डी जो कि सर्राफा का कारोबार करता है। बुधवार की देर शाम सुल्तानपुर पहुंचा था। नगर कोतवाली के पयागीपुर चौराहे पर प्राइवेट वाहन में वाराणसी जाने के लिए बैठा। परिजनों का कहना था कि लखनऊ-वाराणसी राष्ट्रीय राजमार्ग पर सुल्तानपुर जिला मुख्यालय पर उसका संदिग्ध परिस्थितियों में अपहरण कर लिया गया था।पीड़ित परिजन कोई पुरानी रंजिश भी नहीं बता पा रहे थे। घटना से जिला मुख्यालय पर सनसनी फैल गई है। पीड़ित परिजन पुलिस अधीक्षक सुनील वर्मा से मिलकर पूरे मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई की मांग कर रहे थे।एसपी सोमेन वर्मा ने पूरे मामले में अपर पुलिस अधीक्षक विपुल श्रीवास्तव को जांच पड़ताल कर आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया था। घटना से गांव में कोहराम मच गया था। मामले के खुलासे के लिए नगर कोतवाली पुलिस के सहयोग में बल्दीराय पुलिस भी जुट गई थी।
स्वाट और नगर कोतवाली पुलिस पूरे मामले के खुलासे के लिए लगाई गई थी। नगर कोतवाल राम आशीष उपाध्याय के मुताबिक बाराबंकी में बैठकर गोल्डी ने खुद के अपहरण की साजिश रची थी। उसके ऊपर पैसे की बड़ी देनदारी थी। यह पैसा देने से बचने के लिए उसने ऐसा कारनामा किया था।विपुल कुमार श्रीवास्तव,अपर पुलिस अधीक्षक सुल्तानपुर ने बताया की 4 जनवरी को शाम के समय इब्राहिमपुर का लड़का गोल्डी जो सोने के डस्ट का काम करता है, इसके अपहरण की सूचना मिली थी। नगर कोतवाली में अपहरण का मुकदमा पंजीकृत किया गया था। इंस्पेक्टर कोतवाली और स्वाट टीम की जांच में सामने आया है कि पैसे के लेनदेन के विवाद में खुद को अपहरण दिखाया था। बाराबंकी से उसे बरामद किया गया है। परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया है। परिजनों की तरफ से बाहर जाने की सूचना मिली थी। जिस पर जांच-पड़ताल के दौरान इस प्रकरण का खुलासा हुआ है । इस मामले में कोई अगली विधिक कार्रवाई नहीं की जाएगी।