Sultanpur

सुल्तानपुर : आशनाई के चक्कर में हुई थी मां-बेटी की हत्या, पुलिस मुठभेड़ में तीन बदमाश गिरफ्तार,सिपाही व एक बदमाश को लगी गोली

पुलिस मुठभेड़ में तीन बदमाश गिरफ्तार,सिपाही व एक बदमाश को लगी गोली

15 दिन पहले लिखी गई थी स्क्रिप्ट

सुल्तानपुर(निसार अहमद)-पांच दिन पूर्व मां-बेटी की निर्मम तरीके से गला काटकर हत्या के मामले में शनिवार रात मुठभेड़ के दौरान तीन बदमाश गिरफ्तार कर लिए गए हैं। मुठभेड़ में एक बदमाश व पुलिस टीम के एक सिपाही को गोली लगी है, दोनों को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लंभुआ से जिला अस्पताल ले आया गया है। हत्या प्रेम प्रसंग में अंजाम पाई है।सुल्तानपुर के पुलिस कप्तान सोमेन वर्मा ने घटना को लेकर जानकारी दी कि, बदमाश इरफान व शादान सगे भाई हैं और यह अंबेडकर नगर के रहने वाले हैं। तीसरा आरोपी शाबाज इनका दोस्त है जो लंभुआ का ही निवासी है। उन्होंने बताया कि इरफान लंभुआ में एक टेंट हाउस पर काम करता था। उसका मृत लड़की के साथ संबंध था। जिसको लेकर कुछ विवाद बढ़ा था।जिसको लेकर घटना से 15 दिन पहले ही हत्या की स्क्रिप्ट लिखी गई थी। 28 जून को इरफान उसका भाई व शाबाज दिनदहाड़े लंभुआ कोतवाली अंतर्गत कस्बे में स्टेशन रोड पर मृतका के घर पहुंचे। इन्हें देखकर बेटी चिल्लाई तो इरफान ने उसे मारा और
शाबाज ने चाकू से गला काट दिया। बेटी की मां आई तो इन बदमाशों ने उसकी भी हत्या कर दी। आज जब इरफान को पकड़कर आला कत्ल बरामद कराने के लिए टीम लेकर जा रही थी तो उसने पुलिस टीम पर तीन राउंड फायरिंग की। आत्म रक्षा में पुलिस ने गोलियां दागी। इस बीच बदमाश की गोली से सिपाही शैलेंद्र सिंह व पुलिस की कार्रवाई में बदमाश इरफान के पैर में गोली लगी है।बता दें कि लंभुआ कोतवाली क्षेत्र के कस्बा स्थित स्टेशन रोड पर सब्जी बेचने वाले रामसुख की पत्नी शकुंतला (50) और उसकी पुत्री विजयलक्ष्मी (22) का घर के अंदर जमीन पर खून से लथपथ शव मिला था। मां-बेटी का धारदार हथियार से गला रेता गया था। रामसुख अपनी सब्जी की दुकान पर था उसे जब यह खबर मिली तो वो दौड़ते हुए घर पहुंचा, अंदर का मंजर देखकर उसकी भी आंखें छलक उठी थी। 44 घंटे बाद दोनों का अंतिम संस्कार किया गया था। गौरतलब रहे कि मृतका विजय लक्ष्मी बीएससी की स्टूडेंट थी, शहर के जीएसपीजी कॉलेज से वो शिक्षा ग्रहण कर रही थी। उधर रामसुख के दो पुत्र हैं बड़ा बेटा राजकुमार और छोटा बेटा आनंद। राजकुमार की पत्नी कोतवाली देहात के कन्हईपुर में ब्यूटी पार्लर चलाती है वो रोज उसे लेकर चला जाता है इसलिए वो घर पर था नहीं। हां उसकी तीन साल की बेटी दादी व बुआ के साथ घर पर थी। छोटा बेटा आनंद पीपी कमैचा ब्लॉक पर कंप्यूटर ऑपरेटर है और घटना के समय वो भी ड्यूटी पर। ले देकर तीन साल की बच्ची ही थी जो रोते हुए बाहर निकली तब पड़ोसियों को घटना की खबर हुई थी।

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