दरोगा का रिश्वत कांड : सुविधा शुल्क लेते दारोगा जी कैमरे में हुए कैद, वीडियो वाइरल

एस.पी.तिवारी/निर्वाण टाइम्स
लखीमपुर-खीरी। योगी सरकार की तरफ से पुलिस अमले को पारदर्शिता बरतने की हिदायत दी भी गई है फिर भी खाकी की कार्यशैली में बदलाव देखने को नही मिल रहा है जिससे ये साफ हो गया है कि सूबे में सत्ता भले ही ईमानदार हो,लेकिन कुछ भ्रष्ट पुलिसवाले जस के तस हैं सीएम योगी खाकी को सुधारना चाहते हैं लेकिन कुछ पुलिसवालों को घूस की ऐसी लत लगी है कि छूटने का नाम ही नहीं ले रही है अब सवाल इस बात का है कि थानों और चौकियों में तैनात पुलिसकर्मी रिश्वत न मांगे और विभाग में भ्रष्टाचार न हो इसके लिए रोडमैप कैसे तैयार होगा ?
जनपद खीरी के गोला कोतवाली में तैनात एक वर्दीधारी का कथित वीडियो उस वक्त दुनिया के सामने आया,जब वो न्यायालय परिसर मे रिश्वत की रकम पकड़ते हुए किसी जागरूक व्यक्ति ने अपने कैमरे में कैद कर लिया।
लखीमपुर खीरी के गोला कोतवाली में तैनात इस वर्दीवाले पर क्षेत्र की कानून व्यवस्था चुस्त दुरुस्त करने की जिम्मेदारी है लेकिन इस कथित वीडियो में तो ये खाकी को दागदार करता दिख रहा है ।
दरअसल ये मामला लखीमपुर न्यायालय परिसर में रिश्वत लेने का है दारोगा जी इस बात से बिल्कुल अंजान था कि यह वारदात कचेहरी परिसर मे आये किसी जागरूक व्यक्ति के मोबाइल में रिकॉर्ड हो रही है मामला चाहे जो भी लेकिन जनता तमाम समस्याओं के बावजूद इस फैसले से खुश है कि अब भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी लेकिन जब तक ऐसे रिश्वतखोर दारोगा और ऐसे तमाम घूसखोर लोग रहेगे तब तक देश की तरक्की और उन्नति होना मुमकिन नही लगता वही दूसरी ओर मीडिया का काम भ्रष्टाचार और घूसखोरी जैसे कुकृत्य को उजागर करना है।
अब यह खीरी पुलिस के मुखिया पर निर्भर है कि वह अपने विभाग में छिपे घूसखोर चेहरों को बेनकाब कर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के सूबे में रामराज्य स्थापित करने में मदद करतीं है। या फिर आँखों में पट्टी बांध कर विभागीय भ्रष्टाचार पर मौन की मुद्रा धारण कर लेते है ।