प्रत्येक वृहस्पतिवार चिन्हित न्याय पंचायत में मौजूद रहेंगे ज़िले के अधिकारी
बहराइच(सं.)। सरकार द्वारा संचालित जन कल्याणकारी योजनाओं से ग्रामीण क्षेत्रों में निवासरत पात्र असंतृप्त व्यक्तियों को एक ही छत के नीचे आच्छादित किये जाने के उद्देश्य से जनपद में जिलाधिकारी मोनिका रानी की अभिनव पहल पर सेवा से संतृप्तिकरण अभियान की शुरूआत न्याय पंचायत डीहा से वृहस्पतिवार को होगी। अभियान के पीछे डीएम की स्पष्ट मंशा है कि एक ही समय पर सभी सम्बन्धित विभागों के अधिकारी एक स्थान पर उपलब्ध रहें और चिन्हित न्याय पंचायत के समस्त ग्राम पंचायतों में रहने वाले ग्रामीणों की सभी प्रकार की समस्याओं के समाधान के साथ-साथ न्याय पंचायत के ग्राम पंचायतों को शासकीय योजनाओं से संतृप्तिकरण किया जाए। जिले में संचालित होने वाले संतृप्तिकरण अभियान की शुरूआत ब्लाक चित्तौरा के न्याय पंचायत डीहा के पंचायत भवन से होगी। जहां पर न्याय पंचायत अन्तर्गत आने वाले ग्राम पंचायतों डीहा, अशोका, दुलारपुर, अमीनुपर नगरौर, इटौंझा, फकीरचक, सुसरौली व बारागुन्नू के निवासियों का संतृप्तिकरण किया जाएगा। डीएम ने न्याय पंचायत डीहा के निवासियों से अपील की है कि अधिकाधिक संख्या में उपस्थित होकर इस अवसर का लाभ उठाएं।
सेवा से संतृप्तिकरण शिविर में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयुष्मान कार्ड बनाने, गर्भवती महिलाओं तथा बच्चों की विविध स्वास्थ्य जांच एवं टीकाकरण, परिवार नियोजन, चश्मा वितरण, किशोरी स्वास्थ्य कार्यक्रम से आच्छादित करने, मोबाइल मेडिकल हेल्थ यूनिट द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण व सभी लाभार्थियों का आधार नम्बर एकत्रित करने की कार्यवाही की जाएगी। वहीं खाद्य एवं रसद विभाग द्वारा अवशेष पात्र असंतृप्त लाभार्थियों के राशन कार्ड बनाने, अपात्रों के नाम हटाने तथा श्रम रोज़गार विभाग द्वारा अवशेष लोगों के जाब कार्ड बनाने की कार्यवाही की जाएगी।
इसी प्रकार बैंकों व अन्य सम्बन्धित विभागों के माध्यम से ग्रामवासियों के बैंक खाता खोलने, रोज़गारपरक योजनाओं के लिए पंजीकरण, ऋण के लिए आवेदन प्राप्त करने के साथ-साथ न्याय पंचायत के लम्बित ऋण आवेदनों को स्वीकृत करने के सम्बन्ध में भी कार्यवाही की जाएगी। इसके अलावा सभी प्रकार के पेंशन, आय, जाति, निवास एवं कन्या सुमंगला योजना के अन्तर्गत लाभार्थियों का पंजीकरण तथा अवशेष गर्भवती व बच्चों का पंजीकरण व स्वास्थ्य जाँच भी की जाएगी। अभियान के दौरान पशुओं का टीकाकरण, निराश्रित गोवंशों को गो-आश्रय स्थल भेजना व सहभागिता योजनान्तर्गत ग्रामवासियों को गोदान करने के साथ-साथ पशुपालन विभाग की अन्य योजनाओं से भी ग्रामवासियों को आच्छादित किया जायेगा।
सेवा से संतृप्तिकरण शिविर में विभिन्न विभागीय योजनाओं अन्तर्गत समूह के गठन, स्वच्छ शौचालय हेतु चयन, रोस्टर तैयार कर गांवों, स्कूल व अन्य सरकारी भवनों की साफ-सफाई एवं कूड़ा उठान तथा अन्य योजनाओं हेतु पात्र असंतृप्त लोगों का पंजीकरण भी किया जाएगा।
प्रत्येक वृहस्पतिवार को संचालित होने वाले सेवा से संतृप्तिकरण अभियान को धरातल पर क्रियान्वित करने में कोई कमी न रहे इसके लिए स्वयं डीएम, सीडीओ, एडीएम, सीआरओ व डीडीओ, डीसी श्रम रोज़गार व अन्य अधिकारी को सघन पर्यवेक्षण की जिम्मेदारी भी सौंपी गई है। प्रत्येक अभियान दिवस के अन्त में एसडीएम व बीडीओ द्वारा विभागों की कारगुज़ारी का रिपोर्ट कार्ड तैयार कर डीएम के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। विभिन्न विभागों द्वारा की जा रही तैयारियों से यह बात विश्वास के साथ कही जा सकती है डीएम की अभिनव पहल जिले के लिए मील का पत्थर साबित होगी।