सुल्तानपुर पुलिस को वारदात का इंतज़ार, थाना प्रभारी दबंगो के दबाव में कर रहे हिलाहवाली
दबंगो द्वारा पहले पीड़ित के भाई को पीटा, फिर रोका रास्ता
सुल्तानपुर(संवाददाता)। सुल्तानपुर जनपद के थाना गोसाईगंज के बरूई गांव का का एक मामला संज्ञान में आया है, जहाँ पर 11 मई को एक हरिजन लड़के को दबंगो द्वारा पीटा गया। जब पीड़ित परिवार थाने पहुँचा तो थाना अध्यक्ष द्वारा हिलाहावाली करते हुए मामले को रफा दफा कर दिया गया।जहां एक तरफ योगी सरकार दबंगो के विरुद्ध बुलडोजर चला रही है, तो वहीं दूसरी तरफ सुल्तानपुर पुलिस मस्त नीद में सो रही है। अभी हाल ही में बगल के जनपद अमेठी में जमीनी विवाद में हत्या हो गई तो प्रशासन जागा, फोर्स लगानी पड़ी, ऐसी ही कुछ घटना का इंतज़ार सुल्तानपुर पुलिस कर रही है।
क्या है मामला
11 मई 2022 को पीड़ित के भाई को गांव के ही अशोक सिंह, राजेश सिंह व कुछ अज्ञात लोगों द्वारा मारा गया। थाने को संज्ञान में दिया गया लेकिन कार्यवाही नही की गई। पिछले 4 दिनों से पीड़ित सुनील कनौजिया के घर का रास्ता रोका जा रहा है। गोसाईगंज थाना प्रभारी को अवगत कराया गया तो थाना प्रभारी ने कहा रास्ते का विवाद है कल देखेंगे, थाना प्रभारी का यह रवैया किसी वारदात को कही जन्म न दे दे।
डरे सहमें पीड़ित की नहीं हो रही सुनवाई
पीड़ित द्वारा एसपी ऑफिस पीआरओ से बात की गई तो पीआरओ ऑफिस द्वारा बोला गया कि डायल 112 पर फोन करें। पीड़ित 3 से 4 बार डायल 112 पर फोन किया , 112 पुलिस आई दबंगो को समझा कर चली गई। थाने द्वारा न तो आज तक कोई मुकदमा लिखा गया न ही मेडिकल कराया गया।
पीड़ित ने बताया कि पूरा परिवार सहमा हुआ है। दबंग लोग लाठी डंडा लेकर रास्ते पर बैठ कर इंतज़ार करते है, अगर हाथ लग गए तो पीट पीट कर कर मार डालेंगे।हालात ऐसे हैं कि पीड़ित की हत्या हो सकती है। सुल्तानपुर पुलिस तमाशाबीन बनी हुई है। ऐसे हालात में अगर पीड़ित को या उसके परिवार को कुछ हो जाता है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा इस प्रश्न का उत्तर न तो एसपी पीआरओ से मिल सका न ही थाना प्रभारी गोसाईगंज से। ऐसे हालात में पीड़ित किसके द्वार जाए, यह प्रश्न चिन्ह कानून व्यवस्था पर अवश्य बन लग रहा है।