ब्राम्हणों की सामूहिक हत्या के विरोध में एसएलएफ ने सौंपा ज्ञापन
बस्ती(रुबल कमलापुरी)। सवर्ण लिबरेशन फ्रंट के संयोजक दीन दयाल त्रिपाठी के संयोजन में बुधवार को जिलाधिकारी के प्रशासनिक अधिकारी के माध्यम से उत्तर प्रदेश के राज्यपाल को 6 सूत्रीय ज्ञापन भेजकर एटा और प्रयागराज में ब्राम्हणों की हत्या, कानपुर में ब्राम्हणों के उत्पीड़न, छात्रों की दशमोत्तर एवं समस्त छात्रों को छात्रवृत्ति एवं शुल्क प्रतिपूर्ति दिये जाने की मांग किया। ज्ञापन सौंपते हुये एसएलएफ के राष्ट्रीय संयोजक दीनदयाल त्रिपाठी ने कहा कि प्रदेश की योगी सरकार छात्रों की छात्रवृत्ति और शुल्क प्रतिपूर्ति नहीं दे रही है। 2017 से ही सर्वोच्च न्यायालय के आदेशों का खुला उल्लंघन किया जा रहा है। यही नहीं ब्राम्हण समाज के लोगांे की सामूहिक हत्याओं पर सरकार चुप्पी साधे हुये है। जानबूझकर उन्हें न्याय दिलाने में तंत्र आना कानी कर रहा है। इन सवालों को लेकर एसएलएफ जागरूकता अभियान चलाना जारी रखेगा।राज्यपाल को भेजे 6 सूत्रीय ज्ञापन में वर्ष 2017 से अब तक पात्र दशमोत्तर छात्र वृत्ति एवं शुल्क प्रतिपूर्ति की भरपाई कराये जाने, एससीएसटी एक्ट का दुरूपयोग बंद किये जाने, कोरोना लॉक डाउन के कारण मध्यम वर्गीय परिवारों की आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण सभी शिक्षण संस्थानों के सभी कक्षाओं के छात्रों का शुल्क प्रतिपूर्ति 6 माह की सरकार की ओर से भरपाई या माफ कराये जाने, सभी बैंकों के तीन माह की ईएमआई एवं 6 माह के बिजली का बिल माफ कराये जाने, मध्यम वर्गीय परिवारों के तीन माह के सभी प्रकार के टैक्स को माफ किये जाने आदि की मांग शामिल है। ज्ञापन सौंपने वालों में उमेश पाण्डेय ‘मुन्ना’ कमलेश दुबे, मनीष मिश्रा, लकी मिश्रा, के.एल. तिवारी, दिलीप दूबे, अजय, मुरलीधर मिश्रा, विष्णु पाल उर्फ नन्हें पाल, प्रमोद पाण्डेय, अनिल कुमार पाण्डेय, हरिओम आदि शामिल रहे।