अवसाद और तनाव से बचने के लिए दिनचर्या को व्यवस्थित करे डॉ पूर्णेश नारायण सिंह
बस्ती(रुबल कमलापुरी)। कोविड -19 का संक्रमण अपने देश मे भी अब तेजी से फैल रहा है फिर भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व मे केन्द्र सरकार के प्रयासों अपने देश में अन्य देशों की तुलना में यह संक्रमण नियंत्रित है । कोरोना के खिलाफ लड़ाई का यह रास्ता लंबा है । एक ऐसी आपदा जिसका पूरी दुनिया के पास कोई इलाज ही नहीं है, जिसका, कोई पहले का अनुभव ही नहीं है, तो ऐसे में ,नयी- नयी चुनौतियाँ और उसके कारण परेशानियाँ हम अनुभव भी कर रहें हैं । इसके प्रसार और कोरोना से सम्बन्धित अफवाहों को लेकर छात्र ,छात्राएं, अभिभावक, युवा हताश और निराशा हो रहे है। इस हताशा और निराशा को समाप्त करने के उद्देश्य से,राष्ट्रीय सेवा योजना, सिद्धार्थ विश्वविद्यालय,कपिलवस्तु , अपने कुलपति प्रो०सुरेन्द्र दुबे के नेतृत्व मे लगातार कार्य कर रहा है । इस हेतु आनलाइन व्याख्यान, दूरभाष से सलाह , वेवीनार,क्वीज आदि कार्यक्रम लगातार चलाये जा रहे है । राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम समन्वयक डॉ०पूर्णेश नारायण सिंह ने बताया कि वर्तमान परिस्थितियों मे छात्र – छात्राएं ,युवा , रात मे नींद न आने ,बुरे स्वप्न आने ,भविष्य को लेकर डर, कोरोना से संक्रमित होने का भय,अवशेष परीक्षाओं को लेकर संशय, प्रियजनों के मृत्यु का भय,घबराहट आदि के कारण अवसाद मे जा रहे है जो चिन्ता जनक स्थिति है । डॉ०पूर्णेश नारायण सिंह ने सभी से अपील की कि , अवसाद और तनाव से बचने के लिए दिनचर्या को व्यवस्थित करे , दिन में न सोये ,भोजन संयमित और सुपाच्य करे ,प्राणायाम /व्यायाम करे ,रुचिकर पुस्तकें पढ़ें ,सृजनात्मक कार्य जैसे-बागवानी,गायन, नृत्य, संगीत, वाद्ययंत्र का वादन,पेन्टिंग करे , प्रियजनों से फोन पर बात करे,टी०वी०और सोशल मीडिया पर कोरोना से सम्बन्धित समाचारों को कम से कम देखे, अपनी रुचि के अन्य मनोरंजक चैनल देखे । कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए दो गज की दूरी ,चेहरे पर मास्क, हाथों को धोना, इन सभी सावधानियों का वैसे ही पालन करते रहें जैसे अभी तक करते आए हैं । आप अपने लिए, अपनों के लिए, अपने देश के लिए, यह सावधानी जरूर रखे ।