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विश्व के सबसे ऊॅचे रेल पुल का निर्माण का कार्य पूर्ण

गोरखपुर। जम्मू एवं कश्मीर में ऊधमपुर-श्रीनगर-बारामूला नई लाइन परियोजना को पूरा करना इंजीनियरों के लिये बड़ी चुनौती थी। जिससे निबटते हुए रेलवे के इंजीनियरों ने इस नई रेल लाइन परियोजना की सबसे बड़ी चुनौती चिनाब नदी पर विश्व के सबसे ऊॅचे रेल पुल का निर्माण का कार्य पूरा किया।
इस अवसर पर 26 मार्च, 2023 को चिनाब नदी पर बने रेल पुल के निकट संवाददाताओं एवं वीडियो लिंक के माध्यम से जुड़े क्षेत्रीय रेल मुख्यालयों पर उपस्थित मीडिया को संबोधित करते हुए रेल, संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने देश के विकास का जो संकल्प लिया है उसमें नित नये अध्याय लिखे जा रहे हंै और ये चिनाब नदी पर बना रेल पुल एक नयी मिसाल है। उन्होंने कहा कि ऊधमपुर-श्रीनगर-बारामूला परियोजना अगले वर्ष जनवरी तक पूर्ण हो जायेगी और यह क्षेत्र देश के नगरों से सीधी रेल यात्रा सेवा से जुड़ जायेगा और जम्मू से श्रीनगर की यात्रा मात्र 03 घंटा 30 मिनट में पूरी होगी और यहां के उत्पाद-सेब, पश्मीना शाल एवं अन्य स्थानीय उत्पाद कम समय में देश के सभी भागों में पहुॅच सकंेगे। एक प्रश्न के उत्तर में श्री वैष्णव ने इस क्षेत्र में रेल के माध्यम से पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये बनायी गयी योजनाओं के बारे में भी बताया।
इस पुल की लम्बाई 1315 मीटर तथा नदी के तल से डेक के ऊॅचाई 359 मीटर है। पुल के निर्माण में 28,660 मीट्रिक टन स्टील का उपयोग किया गया है। हिमालय एक यंग माउन्टेन है, जिसके कारण ज्यादातर स्थानों पर साॅफ्ट राॅक पाया जाता है, जिसको ध्यान मे रखकर पुल के फाउन्डेशन में विशेष तकनीकी अपनायी गयी है। ट्रैक निर्माण का कार्य पूरा कर लिया गया हैं। इस रेल खंड पर संरक्षा की ’कवच’ प्रणाली लागू की जायेगी एवं रेल खंड का विद्युतीकरण किया जायेगा। यह क्षेत्र भूकम्प की दृष्टि से संवेदनशील होने के कारण फाउन्डेशन की डिजाइन इस प्रकार से की गयी है, जिस पर भूकम्प का असर नहीं पड़ेगा। परियोजना के अन्तर्गत टनेल में संरक्षा के व्यापक प्रबन्ध किये गये है। हिमालय पर्वत क्षेत्र में ’टनल’ बनाने के लिये इंजीनियरों द्वारा एक नई तकनीकी विकसित की गई है, जिसको हिमालय टनलिंग मेथड कहते है। इसका आकार हार्स शू के आकार का है, जिससे यह ज्यादा स्टेबल है। इस अवसर पर उन्होंने इस परियोजना में कार्यरत इंजीनियरों एवं कर्मचारियों को बधाई देते हुए उनका उत्साहवर्धन किया। कार्यक्रम स्थल पर महाप्रबन्धक, उत्तर रेलवे श्री आशुतोष गंगल सहित निर्माण संगठन एवं कोकण रेलवे के वरिष्ठ रेल अधिकारी उपस्थित थे।
इसके पूर्व, रेल, संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने चिनाब नदी पर बने विश्व के सबसे ऊॅचे रेल पुल एवं रेल टनेल का गहन निरीक्षण किया।

 

 

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