एनआरआई पूर्व छात्र सुधांश वर्मा का यूपी सैनिक विद्यालय, लखनऊ दौरा

लखनऊ।उत्तर प्रदेश सैनिक विद्यालय, लखनऊ के लिए 6 अगस्त का दिन गौरव और प्रेरणा से भरा रहा, जब विद्यालय ने अपने पुराने छात्र सुधांश वर्मा का स्वागत किया। वर्मा सत्र 1986 से 1992 तक विद्यालय के छात्र रहे हैं और पिछले 25 वर्षों से विदेश में रह रहे हैं। वे एक सफल व्यवसायी, समाजसेवी और ध्यान साधक हैं।
विद्यालय के वर्तमान छात्र-छात्राओं के बीच वर्मा की उपस्थिति से उत्साह का वातावरण बन गया। उन्होंने “बड़ा सोचो” विषय पर अपने प्रेरक संबोधन में बताया कि कैसे साहसिक सोच, अनुशासन और आत्म-विश्वास से जीवन में बड़े लक्ष्य प्राप्त किए जा सकते हैं। उन्होंने अपने जीवन के अनुभवों को साझा कर छात्रों को मार्गदर्शन दिया।
इस अवसर पर उनके साथ उनके पूर्व साथी विद्यार्थी भी उपस्थित रहे — वी.पी. मिश्रा, चंद्रशेखर, भरत सिंह और सतेंद्र उत्तम। सभी ने विद्यालय के पुराने दिनों की स्मृतियाँ साझा कीं और वर्तमान विद्यार्थियों के साथ संवाद कर उन्हें प्रोत्साहित किया।
दौरे के दौरान वर्मा ने अपने शिक्षकों — आर.पी. शुक्ला, निगम और विनीता से भेंट की और उनके योगदान के प्रति आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि इन शिक्षकों की शिक्षा और मार्गदर्शन ने उनके जीवन की दिशा तय की।
वर्मा विदेश में “मिनी इंडिया” नामक भारतीय किराना और भोजन सामग्री की सफल दुकानों की श्रृंखला चलाते हैं। इसके साथ ही वे समाजसेवा, ध्यान अभ्यास और सांस्कृतिक कार्यों से भी जुड़े हैं। उनका उद्देश्य केवल व्यापार करना नहीं, बल्कि भारतीय मूल्यों को वैश्विक स्तर पर स्थापित करना भी है।
पूर्व छात्रों की संस्था “उपसेनियन” की स्थापना और संगठन में वर्मा की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। उन्होंने संस्था का नियमावली तैयार की, उसका पंजीकरण कराया और पूर्व छात्रों को विद्यालय और विद्यार्थियों की सेवा में जोड़ने का कार्य किया।
अपने संबोधन में वर्मा ने अपनी सफलता का श्रेय दो प्रमुख आधारों को दिया — पहला, अपने गुरु पंडित राम शर्मा आचार्य (गायत्री परिवार), और दूसरा, अपने पूर्व विद्यालय सैनिक विद्यालय, लखनऊ को। उन्होंने कहा कि इन दोनों ने जीवन को दिशा, उद्देश्य और आत्मबल दिया।
यह दौरा विद्यालय परिवार के लिए प्रेरणा और गर्व का स्रोत बना। वर्मा का जीवन इस बात का उदाहरण है कि यह संस्था केवल शिक्षा ही नहीं देती, बल्कि व्यक्तित्व निर्माण कर समाज और राष्ट्र के लिए सशक्त नेतृत्व तैयार करती है।