Uttar Pradesh

सीमा – अंजू की लाइफ स्टोरी पर फ़िल्म बनेगी अब, अमित जानी ने किया एलान

लखनऊ।जानी फायरफॉक्स फ़िल्म प्रोडक्शन ने  तीन नई फिल्मो के नाम आज सभी के सामने रख राजनीति और फिल्मी दुनिया मे तहलका मचा दिया है। सीमा हैदर और सचिन की जिंदगी पे बनने वाली फ़िल्म का नाम ” कराची टू नोयडा ” होगा।अंजू के जीवन पर बनने वाली फ़िल्म के लिए
” मेरा अब्दुल ऐसा नहीं है ” टाइटल बुक किया गया है।इसके अलावा पालघर मे संतो की हत्या पे भी “मोब्लिचिंग”  के नाम से वेबसीरिज टाइटल को बुक किया गया।अमित जानी ने बताया कि इधर A Tailor murder story का शूट होगा उधर इन तीनो फिल्मो की स्टोरी और स्क्रिप्ट लिखी जाएगी।
सीमा हैदर के दोनों हाथ मे लड्डू
A tailor murder story के साथ साथ सीमा को मिलेगा उसकी निजी जिंदगी पे बनने वाली ” कराची टू नोयडा ” मे काम करने का मौका।अगले सप्ताह करांचीटू नोयडा का थीम सांग लांच किया जाएगा।
सीमा हैदर को अभी तक नही मिली पुलिस से क्लीन चिट

पाकिस्तानी महिला सीमा गुलाम हैदरी को भारतीय नागरिक सचिन से प्यार होता है और वह अपने प्यार के खातिर सीमा पार करके नेपाल के रास्ते भारत आ गई. सचिन उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा गांव का रहने वाला है. सीमा पाकिस्तान के कराची की रहने वाली है. सीमा के 4 बच्चे भी हैं और वह अपने पति को छोड़कर सचिन के साथ आ गईं हैं. इन दोनों की मुलाकात पबजी गेम खेलते समय हुई. सीमा हैदर सचिन से मिलने के लिए अवैध तरीके से दाखिल हुई है इसलिए उसे संदिग्ध मानते हुए देश की तमाम खुफिया एजेंसियां जांच में लगी हुई हैं. 19 जुलाई को सीमा हैदर से एटीएस की टीम ने पूछताछ की. इस पूछताछ में सभी सेंट्रल एजेंसीज भी मौजूद थी. काफी देर तक चली ये पूछताछ देर शाम को खत्म हुई थी। यूपी एटीएस को फिलहाल पूछताछ के दौरान सीमा हैदर से जासूसी को कोई भी सबूत नहीं मिले. यूपी एटीएस अपनी रिपोर्ट यूपी के गृह विभाग को भेजेगी. गृह विभाग सीमा हैदर और उसके चार बच्चों को पकिस्तान डिपोर्ट करने की कार्रवाई पर फैसला लेगा. सीमा हैदर औऱ उनके प्रेमी सचिन से एसएसपी ATS लखनऊ अभिषेक सिंह की टीम ने पूछताछ की. पुछताछ के बाद यह टीम लखनऊ के लिए रवाना हो गई है.  शासन को भेजी जाएगी सीमा हैदर पर एटीएस की पूरी रिपोर्ट।वहीं यूपी पुलिस के स्पेशल डीजी प्रशांत कुमार ने सीमा हैदर औऱ सचिन की डिलेज जारी की है. सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार सीमा हैदर ने अपने बच्चों के साथ भारत में अवैध रूप से आई है. पुलिस इसको लेकर कार्रवाई कर रही है. यूपी पुलिस को सीमा के पास से 2 वीडियो कैसेट, 4 मोबाइल फोन और पाकिस्तान के 5 अधिकृत पासपोर्ट मिले हैं. पुलिस को सीमा के पास से एक ऐसा पासपोर्ट भी मिला है जिसमे आधार और नाम ही नहीं है. पुलिस इन सब बिंदुओं की जांच कर रही है।

अंजू गई पाकिस्तान , सूत्रों के हवाले से खबर की मिला 1 वर्ष का बीजा
अंजू को नसरुल्लाह से शादी करने के बाद पाकिस्तान में 1 साल का वीजा मिल गया है। वह 1 महीने के विजिट वीजा पर 21 जुलाई को पाकिस्तान पहुंची थी। वीजा न बढ़ने के हालात में उसे वापस भारत लौटना पड़ता। हालांकि, नसरुल्लाह से शादी करने के बाद उसके भारत लौटने की संभावना कम जताई जा रही थी। अब साफ हो गया है कि अंजू भारत वापस नहीं लौटेगी और पाकिस्तान में ही नसरुल्लाह की बेगम बनकर रहेगी। पाकिस्तान के आंतरिक मंत्रालय (गृह मंत्रालय) ने अंजू का वीजा उसके दूसरे पति नसरुल्लाह की गुजारिश पर बढ़ाया है। इस बात की जानकारी नसरुल्लाह ने खुद दी है।नसरुल्लाह ने कहा, मैं इस्लामाबाद में आंतरिक मंत्रालय में अपनी पत्नी अंजू (फातिमा) का वीजा बढ़ाने के लिए आया था। मंत्रालय ने जो रिक्वायरमेंट्स मांगे थे उसे पूरा कर दिया गया है और अंजू को एक साल का वीजा मिल गया है।” अब अंजू को वापस भारत लौटने की जरूरत नहीं है, क्योंकि उसकी पाकिस्तान में रहने की सीमा को बढ़ा दिया गया है। अंजू शुरू में तो भारत लौटने की बात कह रही थी, लेकिन बाद में उसने यह कहकर इनकार कर दिया था कि उसके लिए अब भारत में कुछ नहीं बचा है। हालांकि, वह अपने बच्चों को पाकिस्तान लाने का दंभ जरूर भर रही थी।

अमित जानी: विवादों से है गहरा नाता, कई आपाराधिक मामलों में है आरोपी; सीमा हैदर को फिल्म ‘ए टेलर मर्डर स्टोरी’ में दे रहे मौका

अमित जानी नवम्बर, 2019 में बसपा सुप्रीमो मायावती की मूर्ती तोड़ कर चर्चा में आए। अमित जानी ने आरोप लगाया कि अखिलेश और मुलायम सिंह यादव के कहने पर मूर्ति तोड़ी थी। इसी साल (2019 में) शिवपाल यादव ने अमित जानी को बड़ी जिम्मेवारी सौंपी।

जहां उन्हें प्रगतिशील समाजवादी पार्टी युवजन सभा का राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त किया। शिवपाल के करीबी माने जाने वाले लम्बे वक्त तक उनके नेतृत्व में सपा से जुड़े रहे। अक्सर विवादित बयानों के चलते सुर्ख़ियों में रहने वाले अमित जानी ने सपा से बाहर होकर नवनिर्माण सेना पार्टी का गठन किया। 2019 में लोकसभा का चुनाव भी लड़ चुके, जहां उन्हें मुंह की खानी पड़ी।

विवादों से है गहरा नाता
फिर से प्रगतिशील पार्टी (शिवपाल यादव) से जुड़ गए। जिसके बाद उन्हें युवजन सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष की बड़ी जिम्मेवारी दी गयी। बता दें कि 2019 की लोकसभा के पहले अमित जानी ने सीएम योगी आदित्यनाथ के खिलाफ एक विवादित पोस्टर लगाया था। जिसके बाद इनकी गिरफ्तारी का भी आदेश जारी हुआ। हालांकि हाईकोर्ट ने उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगा दी थी। आठ वर्ष पहले अमित जानी पर एक युवक ने काली स्याही फेंक दी थी, उस वक्त अमित जानी एक प्रेस कांफ्रेंस कर रहे थें।

आरोपी उस कांफ्रेंस के दौरान बार-बार असुद्दीन ओवैसी जिंदाबाद के नारे लगा रहा था। अमित जानी पर चूड़ियां भी फेंकी और रफ्फु चक्कर हो गया। साल 2022 में यूपी विधानसभा चुनाव का ऐलान हुआ और एक दल से दुसरे दल में जाने का भी सिलसिला शुरू हुआ। इसी बीच कांग्रेस नेता प्रमोद कृष्णम ने अमित जानी को पार्टी में शामिल कराया। 2016 में JNU में देश विरोधी मामले में छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार जो इस वक्त कांग्रेस के युवा चेहरा माने जाते है अमित जानी ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी।

 

 

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