एकाएक छावनी में तब्दील हुआ चरसडी बांध,73 करोड़ लागत से बन रहे बांध पर सीएम की निगाह
गोण्डा(रुबल कमलापुरी)।शनिवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अचानक गोंडा-बाराबंकी की सीमा पर बने एक्गिन चरसडी बांध का दौरा किया। चल रहे बांध निर्माण कार्य का सीएम योगी ने बड़ी बारीकी से जायजा लिया। एल्गिन चरसडी बांध व बासगांव का निरीक्षण करते हुये सीएम योगी ने बाढ़ से निपटने की तैयारियों पर अधिकारियों से वार्ता की एल्गिन चरसडी बांध का निर्माण कार्य दो परियोजनाओं के तहत लगभग 73 करोड़ की लागत से यूपी सरकार द्वारा कराया जा रहा है।बता दें कि अक्सर बांध कटने से करोड़ों रुपये,हजारों बीघा फसल,पशु व जनहानि का नुकसान होता है। इसी को देखते हुये इस वक्त मुख्यमंत्री बंधे के निर्माण कार्यों पर खुद ही नजर बनाये हुये है। वहीं गोंडा जिले में पड़ने वाला घाघरा नदी के तट पर बना हुआ बहु चर्चित एल्गिन चरसडी बांध का निरीक्षण करने के लिये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हेलीकॉप्टर से अचानक बंधे पर पहुँच गये। अचानक सीएम के कार्यक्रम की भनक लगते ही मौके पर जिले के आलाधिकारी, सांसद व विधायक भी एल्गिन चरसडी बांध पहुँच गये। एल्गिन चरसडी बांध को भृष्टाचारी बांध तथा दूसरे शब्दों में इसे बंधा का धन्धा भी कहा जाता है। ज्ञातब्य है कि पिछली सरकारों में इस बन्धे के निर्माण कार्य मे करोड़ों रुपये का भृष्टाचार हुआ है। सूबे में योगी सरकार बनने के बाद से ही एल्गिन चरसडी बांध के निर्माण कार्यों को पुनः शुरू कराया गया लेकिन इस बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस पर अपनी पीने नजर बनाये रखी। जिससे तेजी के साथ इस बांध का निर्माण कार्य जारी रहा। और शनिवार को इन्हीं कार्यो का जायजा लेने अचानक सीएम योगी यहां पहुँचे। और अधकारियों से बातचीत कर निर्माण कार्यों की समीक्षा की। साथ ही मुख्यमंत्री ने कड़े लहजे में जल्द से जल्द बांध निर्माण कार्य पूरा कराने के निर्देश अधिकारियों को दिये। साथ ही लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर कार्यवाही की भी चेतावनी दी। इस दौरान मुख्यमंत्री के निरीक्षण में शामिल जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ने एल्गिन चरसडी बंधे को लेकर आश्वस्त किया और कहा कि,अब बंधा छतिग्रस्त नहीं होगा। बंधा टूटने की कोई संभावना नहीं है। उन्होंने कहा कि, मुख्यमंत्री जी के देखरेख में 43 किलोमीटर बन्धे का अलॉयमेंट ठीक किया गया है। दो परियोजनाओं को स्वीकृत कर बन्धे के सेंसेटिव प्वाइंटों को ठीक किया गया है। जेजेइंग के माध्यम से धारा मोड़ने का काम किया गया है। अब जान-माल का नुकसान नहीं होगा। साथ ही जल शक्ति मंत्री ने एक्सईएन को निर्देश दिया कि बंधे का बचा कार्य दिन रात लगकर कराया जाये। तथा काम मे लगे सभी मजदूरों को मुफ्त भोजन कराया जाये।