सिंगाही-बिना पैसा दिए नही मिलता आवास
पैसा देने पर अपात्र भी पात्र कर दिये जाते घोषित
धर्मेन्द्र कुमार पाल/एस.पी.तिवारी
सिंगाही-खीरी।केंद्र और प्रदेश की सरकार भले ही गरीब , अशहाय ब्यक्तियों को न्याय दिलाने उनको लाभ पहुंचाने के लिए तरह-तरह की योजनाओं को संचालित कर दे लेकिन सिंगाही नगर पंचायत के अधिकारी व कर्मचारी उन तमाम योजनाओं पर पलीता लगा रहे हैं।
सिंगाही नगर पंचायत की कार्यशैली, प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के विकास में बड़ी बाधा बन रही है, यहां उन्ही लाभार्थियों को लाभ दिया जा रहा है जो नगर पंचायत के कर्मचारी को पैसा दे सके। पिछले दिनों सिंगाही नगर पंचायत में चल रही धांधली को लेकर सोसल मीडिया पर खूब वीडिओ वायरल हुए थे, और खबरे भी चली थी किन्तु उसका कोई प्रभाव अधिकारियों और कर्मचारियों पर नही देखने को मिला। सिंगाही नगर पंचायत में आवास को लेकर वही रवैया आज भी चल रहा जो पिछले समय से चलता आ रहा कि पैसा दो आवास लो अगर पैसा नही तो आवास नही। नगर पंचायत सिंगाही में इस प्रकार से धांधली चरम पर है कि जो लोग अपात्र थे उन्हें पैसों के लालच में पात्र घोषित कर दिया गया और जो पात्र थे उन्हें अपात्र घोषित कर दिया गया।शासन द्वारा आवंटित आवासों का सर्वे करने जब कोई प्रशासनिक अधिकारी आता है तो नगर के ही कुछ ऐसे ब्यक्ति जो आवास धांधली का हिस्सा है वो ही प्रशासनिक अधिकारी के साथ नगर में भृमण कर आवासों का सर्वे करा देते है, जिससे उन्हें जमीनी हकीकत का पता भी नही चल पाता। अधिकारियों को इस प्रकार से आवासों को लेकर गुमराह कर दिया जाता कि उनके सामने अपने ही कुछ चुनिन्दा आवास प्राप्त लोगों को लाकर खड़ा कर दिया जाता है, जो आवासों को लेकर अधिकारियों के सामने उनकी बताई बातों का उल्लेख कर देते है। जिससे अधिकारी भी उन्ही लोगों की बातों के आधार पर अपना कागज पूर्ति कर वापस लौट जाते है, और नगर में आवासों को लेकर चल रही धांधली बराबर चलती रहती है।