सिसकती आवाज, मौन प्रशासन

बस्ती (रुबल कमलापुरी)। सरकार दावा करती है कि सभी गरीब को आवास,राशन की कमी नही होने पाएगी लेकिन लगातार 01 वर्षों से एक जरूरतमंद की आवाज सरकारी फाइलों में दबाई जा रही है । ग्राम विकास अधिकारी ने बताया कि लिस्ट में नाम है शासन को भेजा गया है ऊपर से पास हो जाएगा तो आ जायेगा मामला कप्तानगंज विकास क्षेत्र के ग्राम पगार निर्मला पत्नी त्रिपुरारी पाण्डेय का है। त्रिपुरारी पांडे भाजपा के बूथ अध्यक्ष भी हैं लेकिन उसके बावजूद भी एक अदद आवास के लिए दर-दर की ठोकरें खानी पड़ रही है l लगातार कई वर्षों से आवास की मांग रहे पाण्डेय ने बताया कि ईश्वर की व्यवस्था है कि हम पति पत्नी बच्चों सहित इस गिरे मकान में पन्नी के नीचे रहते है। ईश्वर ने 06 बेटियां दी उसके बाद एक बेटा दिया उन्ही के भरण पोषण पढ़ाई लिखाई में खेती किसानी करते हुए जीवन यापन कर रहे है। 04 बेटियों की शादी हो गयी है अभी 02 बेटियों की शादी करना है।एक आवास की पूरी पात्रता होने के बाद भी इतना चक्कर लगाना पड़ रहा है जबकि हमारा राशन कार्ड भी अंत्योदय श्रेणी का है।