कुश की धरती पर मंत्री का ऐलान,बारा-बंजारा समाज के विनीत बने पहलवान

बारा-बंजारा समुदाय की संपन्न हुई विशाल रैली के “हीरो” बन गए जिलाध्यक्ष विनीत सिंह “बारा”
सुभासपा के लिए प्रदेश में “मील का पत्थर” साबित होगी सुलतानपुर की रैली
पहली बार जिले में एक साथ इतनी भीड़ में दिखा बारा-बंजारा समाज
बारा-समुदाय की भीड़ देख “अचंभित” हुए राजनैतिक दल
सुलतानपुर(विनोद पाठक)। कुश की धरती पर बारा-बंजारा समुदाय की प्रदेश में मिशाल बनी विशाल रैली के “हीरो” बन गए विनीत सिंह।इसका “तमगा” कोई और नही बल्कि सुभासपा के सुप्रीमों ने खुद दी। जिसकी गवाह उपस्थित भीड़ बनी,स्वीकारा भी। राष्ट्रीय अध्यक्ष ओपी राजभर के निर्णय को सराहा भी। पर,हिचकिचाहट के बीच हल्की मुस्कुराहट से प्रफुल्लित गदगद दिखे जिलाध्यक्ष। लेकिन जो तान अध्यक्ष ने छेड़ी, उसकी डोर को मजबूती मिले, इसका तानाबाना भी पार्टी मुखिया ने बुना। जिससे कि बारा-बंजारा सामज के लिए “मील का पत्थर” साबित हो सके। जिस पर जिलाध्यक्ष को नई “उपाधि” बारा से नेवाज कर चले गए मंत्री जी। जिसकी चर्चा जिले में खूब चल रही है और उसके निहतार्थ निकाले जा रहे हैं, विरोधी उसी में उलझ गए हैं।
गौरतलब हो कि छह मार्च को सुभासपा के जिलाध्यक्ष विनीत सिंह के नेतृत्व में पयगीपुर के पास बारा-बंजारा समुदाय की बहुत विशाल रैली का आयोजन किया गया। जिसमें इस समाज का जनसैलाब उमड़ा। उम्मीद से ज्यादा महिला-पुरुष की भीड़ पहुंची, जो अपने आप मे जिले में ही नही, प्रदेश में मिशाल बनी। जिसकी आवाज पूरे उत्तर प्रदेश समेत राजधानी लखनऊ तक पहुंची। इसको खुद मुख्य अतिथि-विशिष्ट अतिथि सुभासपा सुप्रीमों/कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर और पार्टी प्रमुख महासचिव डॉ अरविंद राजभर ने जनसभा में बयां की। ललकार कर बताया गया कि यह सूबे की पहली बारा-बंजारा समाज की ऐतिहासिक रैली है। इस विशाल रैली के नायक विनीत सिंह नही,बल्कि विनीत बारा समेत उनकी पूरी टीम को है। मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने दर्जनों बार विनीत सिंह को “बारा” के नाम से संबोधित कर सबको चौंका दिया। भीड़ से उत्साहित दिखे मंत्री और उनके पुत्र ने बिंदुवार उपस्थित जनसमुदाय को पुचकारा और समझाया भी। इस समाज की समस्या के निस्तारण के लिए भी मंत्री ने दमदार भरोसा भी दिया। जिलाध्यक्ष और बारा-बंजारा समाज के अगुआ कारों के साथ डीएम-सीडीओ-एसपी की जल्द पंचायत भी लगेगी। पंचायत में प्रशासन को समाज के चौधरियों की “जायज” बात माननी पड़ेगी। मंत्री के ऐसे भाषण बाजी से उपस्थित भीड़ आत्मबल से लबरेज हुई। भीड़ जिलाध्यक्ष को दुहाई दे रही थी कि काश!और पहले आ गए होते तो बात कुछ और होती? फिलहाल सुभासपा सुप्रीमो और उनके पुत्र डॉ अरविंद राजभर ने जिलाध्यक्ष विनीत सिंह “बारा” के मजबूती के खूब कसीदे पढ़े।
संपन्न हुई बारा-बंजारा समाज की विशाल रैली जिले में अपने आप मे अब तक की अलग रैली थी। इस किस्म का कार्यक्रम/आयोजन अभी तक कभी भी किसी ने (पार्टी) नही किया था। पर,रणनीति कार एक बारा-बंजारा समाज के चिकित्सक ने ऐसा ताना-बाना बुना कि सभी आश्चर्य चकित। एक समाज की इतनी बड़ी भीड़ किसी ने न देखी एक साथ। डॉक्टर के चिंतन और मंथन को भी आंक कर भविष्यवाणी भी मंच से की गई कि चिकित्सक राणा साहब! एक दिन जनप्रतिनिधि जरूर बनेंगे तो मंत्री जी का तालियों की गड़गड़ाहट से स्वागत भी खूब किया गया।