बदलाव कर लोकसभा चुनाव में “फ्रंट फुट” पर खेलना चाहती है सपा!
सपा जिलाध्यक्ष की राजनीतिक पिच पर तीन हुए क्लीन बोल्ड
दो होते होते बचे
सपा जिला अध्यक्ष रघुवीर यादव का चला चाबुक
तीन विधानसभा अध्यक्ष हटाए गए
सुल्तानपुर(विनोद पाठक)। समाजवादी पार्टी के बने नए कप्तान का चाबुक चल पड़ा है। संघर्ष के दौर से गुजर रही सपा को जिले में उभारने की पुरजोर कोशिश की जा रही है। जिससे लोकसभा चुनाव में पार्टी फ्रंट फुट पर खेल सके। इसलिए जिले के लडखडाये संगठनात्मक ढांचे को सही करने के लिए सपा के बनाए गए नए जिला अध्यक्ष रघुवीर यादव बीड़ा ही उठाया नही है, बल्कि गंभीर हो गए हैं। अभी हाल में विधानसभा के बनाए गए पांच विधानसभा अध्यक्षों में से तीन को रघुवीर यादव ने अपनी टीम से बाहर का रास्ता दिखाया है। जबकि दो पुराने विधानसभा अध्यक्षों पर विश्वास जताया गया है। सपा जिला अध्यक्ष के निर्णय से कहीं खुशी तो कहीं गम का माहौल है।
बताते चलें कि अभी निवर्तमान जिला अध्यक्ष पृथ्वी पाल को हटाकर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने जिले की बागडोर एक बार फिर राजनीति के मजे खिलाड़ी रघुवीर यादव को दे दी है। जिससे कि जिले में पार्टी बेहतर प्रदर्शन कर सके। जिले के नए सपा के बने कप्तान ने कई महीनो के मंथन के बाद जो विधानसभा अध्यक्षों की सूची अभी हाल में जारी की है, चौंकाने वाली है। किसी भी सपाई को अंदाजा नहीं था कि ऐसा भी हो सकता है। सपा जिला अध्यक्ष की राजनीति पिच पर तीन विधानसभा अध्यक्ष क्लीन बोल्ड हो गए हैं, जबकि दो क्लीन बोल्ड होते-होते बच्चे हैं। अर्थात लंभुआ, सदर जयसिंहपुर, कादीपुर के विधानसभा अध्यक्षों को बदल दिया गया है। जबकि सुल्तानपुर और इसौली विधानसभा अध्यक्ष अपने स्थान पर बरकरार हैं। जो नए जिलाध्यक्ष बनाए गए हैं, उनमें लंभुआ के पुराने विधानसभा अध्यक्ष नन्हे निषाद के स्थान पर पवेलियन में बैठकर “तमाशबीन” बने रहे अधिवक्ता सतपाल यादव पर रघुवीर यादव ने फिर से दांव लगाया है। नन्हे निषाद के स्थान पर सतपाल यादव विधानसभा अध्यक्ष की जिम्मेदारी का निर्वहन करेंगे। वहीं सदर जयसिंहपुर में हौसिला यादव के स्थान पर विजय बहादुर यादव को विधानसभा अध्यक्ष बनाया गया है। कादीपुर के सीताराम यादव को अपदस्थ कर रंजीत यादव उर्फ रज्जू को जिम्मेदारी सौंपी गई है। सुल्तानपुर विधानसभा के सैफी भाई और इसौली विधानसभा के स्वामी नाथ यादव अपने स्थान पर विधानसभा अध्यक्ष के पद पर बने हुए हैं। माना जा रहा है कि यह फेरबदल सपा के नए कप्तान जिला अध्यक्ष रघुवीर यादव ने 2024 के चुनाव को लेकर किया है। सपा जिला अध्यक्ष का मानना है कि संगठनात्मक ढांचा जब मजबूत होगा, तभी पार्टी लोकसभा चुनाव में फ्रंट फुट पर खेल सकती है। इसलिए विधानसभा अध्यक्ष बदले गए हैं।