देवरिया: जिले में ढूंढे जाएंगे कालाजार के मरीज
कालाजार के मरीजों की होगी टीबी और एचआईवी की जांच
देवरिया। जिले में बृहस्पतिवार से कालाजार के सक्रिय मरीजों की खोज शुरू कर दी जाएगी। कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए कालाजार के एक्टिव केस डिटेक्शन अभियान के जरिये जो भी संभावित मरीज ढूंढे जाएंगे उनकी कालाजार की आरके-39 जांच के अलावा अनिवार्य तौर पर टीबी और एचआईवी जांच भी कराई जाएगी।
इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्रशिक्षण भी हो चुका है। जिसमें वेक्टर बार्न डिजीज परामर्शदाता डॉ.एसके पांडये समेत जिले के चिकित्साधिकारी और स्वास्थ्यकर्मी प्रशिक्षित किए गये। सीएमओ डॉ. अलोक कुमार पांडेय ने बताया कि प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके सभी लोग अपने-अपने सीएचसी-पीएचसी से जुड़ी आशा कार्यकर्ता को कालाजार के संबंध में संवेदीकृत कर कोविड काल में एसीडी को सफल बनाने के तौर तरीके बताएंगे। राज्य स्तर पर वेक्टर बार्न प्रोग्राम के संयुक्त निदेशक डॉ. वीपी सिंह द्वारा प्रशिक्षण के दौरान अभियान के सभी पहलुओं पर जो भी दिशा-निर्देश मिले हैं। प्रशिक्षण में डब्ल्यूएचओ की तरफ से डॉ. तनुज और पाथ संस्था की ओर से डॉ. ज्ञान और डॉ. अर्पित ने जो भी तकनीकी जानकारियां दी हैं, उसे आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से समुदाय तक पहुंचाया जाएगा। प्रशिक्षण प्राप्त वीबीडी परामर्शदाता डॉ. एसके पांडये ने बताया कि कालाजार उन्मूलन में बीमारी की समय से पहचान होना ही उसके सफल ईलाज का कारण बनता है। प्रशिक्षण में जिले से नोडल अधिकारी डॉ डीवी शाही, जिला मलेरिया अधिकारी एसपी तिवारी, सहायक मलेरिया अधिकारी सुधाकर मणि, सीपी मिश्रा, विचित्र मणि आदि शामिल हुए।