विभागीय उपेक्षा का शिकार बना जच्चा-बच्चा केन्द्र

रुद्रपुर के सतुआभार गाँव में शो-पीस बना जच्चा-बच्चा केन्द्र
रूद्रपुर (देवरिया)। सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र रुद्रपुर के अन्तर्गत सतुआभार गाँव स्थित जच्चा-बच्चा केंद्र खण्डहर में तब्दील हो चुका है। ऐसे में ग्रामीण अंचलों के गर्भवती महिलाओं और शिशुओ की देखभाल करने तथा टीकाकरण आदि कार्य कराने की व्यवस्था खुद बीमार है।
खंडहर में तब्दील शिशु कल्याण केंद्र वर्षों से विभागीय उपेछा का शिकार बना हुआ है। ए एन एम सेंटर्स में गर्भधारण के बाद से प्रसव तक की सभी सुविधाए उपलब्ध कराना है। यह केंद्र कई वर्षों से बदहाल अवस्था व खंडहर में तब्दील हो चुका है। ऐसे में इन केंद्रों से मिलने वाली सुविधाएं भी गर्भवती महिलाओं और शिशुओं को नही मिलती है। गर्भवती महिलाओं व बच्चों का टीकाकरण यहां न के बराबर ही होता है। यहां ड्यूटी बजाने वाली ए एन एम यहां नही आने के बाद भी कागजों में ही अपनी ड्यूटी पूरी कर लेती है। जिससे यहां इलाके में टीकाकरण हमेशा बाधित रहता है। जिससे जच्चा बच्चा को टीकाकरण सुरक्षा प्राप्त नहीं हो पा रहा है। प्रसव कराने व जच्चा बच्चा के परीक्षण व उपचार के लिए रुद्रपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जाना पड़ता है। इस क्षेत्र के सभी गर्भवती महिलाओं को काफ़ी परेशानी उठानी पड रही है। इस विषय में अधीक्षक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डॉक्टर धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि ग्राम सतुआभार के जच्चा बच्चा केंद्र से पूर्व में सतुआभार, पचमा, लालपुर, गाजीपुरभैसही, बौरडीह, महेशपुर कुरैती आदि के हजारों लोग लाभान्वित होते थे। सतुआभार के युवा समाजसेवी संजय सिंह, अजय सिंह (एडवोकेट), अनिल सिंह, मान सिंह, राजेश सिंह, अरुण सिंह,विनय सिंह, बीरेंद्र सिंह, दयानाथ सिंह, बृजेश सिंह, सुरेन्द्र सिंह आदि ने जच्चा बच्चा केंद्र के जीर्णोद्धार की मांग की।